नोट बंदी और गुमनाम सजा – जगजाहिर हुई नेताओं की बौखलाहट !

Referring to problems faced by common men due to conversion of currency notes of Rs 1000/500 (my personal opinion – have faced it already)


अब देश में आर्थिक और सामाजिक सुधार लाने के लिये थोड़ी परेशानी तो झेलनी पड़ेगी । जियो सिम के लिये लाईन में लग सकते हैं, वोटर आईडी/आधार कार्ड/ पासपोर्ट/क्रिकिट मैच के टिकट/नये फोन लॉंच के लिये लाईन में लग सकते हैं । हम बड़े बड़े मंदिरों, दरगहों में स्वेच्छा से लाईन में लग सकते हैं, फिर यहां हंगामा क्यों ?

जब नया फ्लाईओवर बनता है तो इलाके की जनता को २-३ साल परेशानी उठानी पड़ती है, जाम लगते हैं तो क्या इन परेशानियों की वजह से फ्लाईओवर बनने बंद हो जायें या देश की प्रगति रूक जाये, फिर ये तो थोड़े दिन की परेशानी है । 
आज जितने भी लोग लाईन में लग रहे हैं उनमें से सिर्फ १०% को जरूरत है बाकी सब सिर्फ भीड़ बढा़ रहे हैं, या किसी और के पैसे चेंज करा रहे हैं, सबके पास बैंक अकाउंट हैं क्रैडिट नहीं तो डैबिट कार्ड सबके पास है, आज के युग में सब कुछ आनलाईन मिल रहा है । ३१ दिसंबर तक का समय है, लाईनों में भीड़ बढाकर हम जिनको असल में जरूरत है उनकी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं ।

बार्डर पर अपने जवानों को गोली के बदले गोली मिलती है, लाईन में तो नोट के बदले नोट मिल रहे हैं फिर इतना हो-हल्ला और अफरातफरी क्यों ?? टैररिस्ट फंडिंग बंद, काला धन मिट्टी, जाली नोट खत्म पर हां राजनेताओं की दुखती रग दब गई है, पहले समझ नहीं पा रहे थे समर्थन करें या विरोध, अब कुछ बाहर आकर नये तरीकों से विरोध दर्ज कर रहे हैं ।

आप लोग देख रहे होंगे कि आम आदमी परेशान होने के बावजूद इस ऐतिहासिक फैसले पर सरकार के साथ है परन्तु कुछ राजनेताओं का दर्द बार बार आम आदमी की परेशानी की आड़ लिये चैनलों पर साफ झलक रहा है । नई नई अफवाहें फैलाई जा रही हैं, कभी नमक मंहगा हो गया या फिर किसी ने आत्महत्या कर ली या किसी को हार्टअटैक हो गया आत्महत्या या हार्ट अटैक का असली कारण तो जॉंच के बाद ही पता चलेगा, इतनी जल्दबाजी क्यों ?

बस यही आपको समझना है कि किसका बयान किस लिये और क्यों आ रहा है, भ्रष्टाचार की खिलाफत करने वाले जब खुद फंस गये हैं तो इस फैसले को लागू करने के तरीकों पर सवाल उठा रहे हैं, कुछ समय मांग रहे हैं, कुछ इसकी खिलाफत कर रहे हैं ।


थोड़ी कमियां किर्यान्वन में आ रही हैं पर ये भी तो देखिये कि इसके कितने दूरगामी परिणाम आने वाले हैं ।
थोड़ा सब्र और सहयोग इस मिशन को सफल बना रहा है, सहयोग करते रहिये, देश हम सबका है और जनता के ठेकेदारों से ज्यादा आज खुद जनता ज्यादा जानती है कि क्या उनके लिये सही है और क्या गलत ।
सोच बदलो, देश बदलेगा ।
जय हिंद ।


मोहित कुमार शर्मा 😊🙏

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