मन की बात – An open letter to our respected Prime Minister !

माननीय प्रधानमंत्री एवं प्रधानसेवक श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी,

जब से आपकी सरकार आई है, मैं ओर मेरे जैसे हजारों भाई, भारी आर्थिक मंदी से गुजर रहे हैं, अगर मैं कुछ काम कर पा रहा हूँ तो वह मेरे अपने व्यवहार के कारण है अन्यथा, हमारे सैक्टर में कार्य बिल्कुल नहीं है ।
हम नुकसान उठा रहें है, हममें रोष भी है परन्तु हम जानते हैं कि आप जो कार्य कर रहें हैं और जो नीतियों में बदलाव ला रहे हैं उनका फायदा आने वाले समय में मिलेगा और यह बात हर किसी भारतीय के समझ में आना थोड़ा मुशकिल है क्यों कि गलती उनकी भी नहीं है बल्कि हम सब भारतीयों को धोखा खाने की आदत हो गई है । हम बार बार उसी को वोट देते हैं जो वादा करके हर बार मुकर जाते हैं । हमारे युवा आज डॉक्टर, इंजीनियर कम बल्कि राजनेता ज्यादा बनना चाहते हैं, क्योंकि राजनेता बनना भारत में बहुत आसान है, नैगेटिव प्रचार करो, बड़े लोगों पर इल्जाम लगाओ, पब्लिक को इमोश्नल ब्लेकमेल करो और रातोंरात राजनेता बन जाओं । मेरे बहुत से युवा मित्र कई राजनितिक पार्टियों में सालों से यही कर रहे हैं, वो खुद से पूछकर देखें कि वो क्या कर रहें हैं, क्यों कर रहें हैं, किसके इशारे पर कर रहे हैं और उसका देश को क्या फायदा हो रहा है तो शायद उन्हें जबाव मिल जाये ।
भारतवासियों की सबसे बड़ी कमजोरी उनका इमोश्नल होना, कान का कच्चा होना और प्रैक्टिकल ना होना है जिसका फायदा ज्यादातर राजनितिक पार्टियाँ बरसों से उठा रहीं हैं
मैं ज्यादा लम्बा ना बोलकर सिर्फ यह कहना चाहूँगा कि आपके रूप में इस देश को विकास की एक नई उम्मीद जागी है और हम देशवासी अब और किसी पर भरोसा करना नहीं चाहते, हम आपको पूरा समय और सहयोग दे रहे हैं, आप काम करते रहिये, जो आपके खिलाफ हैं वो भी एक दिन आपके कार्यों द्वारा आने वाले सकारात्मक रिजल्ट की प्राप्ति पर आपके साथ हो जायेंगे और दोगुली नीति पर चलने वाली राजनीतिक पार्टियाँ बेनकाब हो जायेंगी ।
आपकी शान में दो शेर एक आपकी तरफ से देश के लिये पढ़ रहा हूँ और एक आपके समर्थकों की तरफ से आपकी खिलाफत करने वालों के लिये पढ़ रहा हूँ…. 
आपकी तरफ से अर्ज किया है :
“”संभाल के खर्च करता हूँ “खुद” को दिनभर, हर रात “आयना” मेरा हिसाब करता है ।।””
यहाँ “आयना” आपकी खिलाफत करने वाले हैं ।
अब आपके समर्थकों की तरफ से आपकी खिलाफत करने वालों के लिये अर्ज किया है :
“तुम सामने आये तो अजब तमाशा हुआ, हर शिकायत ने जैसे खुदकुशी कर ली ।।”

We are with you and will support you for the development of our nation, till the end. Keep working, ignore frustrated opposition, forget about support, its increasing day by day.
जय हिंद । जय भारत ।।